Wednesday, January 13, 2010

°ღ•मोहब्बत ●•٠·˙

ज़िन्दगी मोहब्बत के लिए मिली है,
इसे मोहब्बत से जीने दो।
मोहब्बत गर जान लेना चाहे,
इसे मोहब्बत के लिए मरने दो।
मिलता नही हर किसी को
ये मोहब्बत का जहाँ
जिस जगह मोहब्बत नही
खुशियाँ है फिर कहाँ।
राहों से राहें मिलेंगी ...
ये मोहब्बत मंजिल तक पहुंचाएगी
मोहब्बत का साथ पाकर,
ये ज़िन्दगी संवर जाएगी।
साँसों में महकती है
आपकी मोहब्बत खुशबु बनकर।
हर लम्हा आँखों में मुस्कुराती है
आपकी तस्वीर बनकर।
जी लेने दो हमे इस उम्मीद पर,
कि पालेंगे हम आपको
फिर चाहे तमन्ना पूरी हो न हो ,
हमें अपनी ये ज़िन्दगी
आपकी मोहब्बत के नाम कर लेने दो।



3 comments:

  1. bahut khoob versha aakhir tumhare blog par aana ho hi gya

    yeh nazam bahut hi pasand aayi ..aage bhi aisa hi behtar likhti raho

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  2. sunder rain... pasand aayi creation...

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  3. nice blog mam i became ur fan...fantastic creation

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